Saturday, December 22, 2012

लगता है सर्दियाँ आ गई है

धुंद की चादर बिछने लगी ...
खिड़कियाँ फिर से बंद होने लगी  ...
लगता है सर्दियाँ आ गई है ...
मुन्ग्फलियो की खुशबु फिर से हवाओं में है ...
मकई के लावे फिर से चटखने  लगे ...
लगता है सर्दियाँ आ गई है ...
आलस ने फिर से घेर लिया ...
जमे से हाथ पाओं फिर से सिकुड़ने लगे ...
लगता है सर्दियाँ आ गई है ...
दिन की घड़ियाँ फिर से कम होने लगी ...
रात के पल फिर से लम्बे होने लगे ...
लगता है सर्दियाँ आ गई है ...